गर हम नशे में होते मोहब्बत के
तो तुम्हे अपना खुदा बताते
मोहब्बत तो दो पल की रवानी है
किसी को देखें और दिल धड़क जाए
यह नहीं है मोहब्बत
अरे मोहब्बत वह भी तो है जिससे दिल में धड़कन आए
भला कैसे एहसान फरामोश बने हम
कि दिल लगे और सब कुछ भूल जाए
कैसे किसी एक को खुदा माने हम कि
जब इस दुनिया में दो खुदा के साए में आए
कि मेरे आने के बाद ही तो हो
मां कहलाए पिता कहलाए
दो पल का फसाना नहीं है जिंदगी
किसी और की दी हुई है जिंदगी
कि कुछ और नहीं चाहिए उनको दुनिया में
कि हमारी हर मुस्कुराहट में वो मुस्कुराए
रोए जब हम अकेले में हार कर
तो उन्होंने भी अकेले छुप कर खूब आंसू बहाए
सारी मोहब्बत इस दुनिया में वक्त के साथ खत्म हो जाएगी
एक मां बाप की मोहब्बत है
जो तुम्हारी पैदा होने से लेकर
तुम्हारे जनाजे तक साथ जाएगी
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