शनिवार, 25 जनवरी 2020

मा तुम क्या हो

मां तुम क्या हो क्या तुम मेरी ख्वाबों का खजाना हो 
या मेरी बचपन की कहानियों का पिटारा 
एक अनकहा सा एहसास हो या 
खुदा का कोई एहसान हो 
पर जो भी हो इस दुनिया में मेरी पहचान हो 
तुम हो तो मैं हूं 
तुम मेरे बचपन का दुलार हो 
तुम इस दुनिया में मेरा पहला प्यार हो 
सारे रिश्ते झूठे हैं जो वक्त पर जाकर टूटे हैं 
एक तू ही है जिसका रिश्ता सच्चा है 
मैं कितना भी बड़ा हो जाऊं तेरे लिए 
पर तू कहती है तू तो मेरा बच्चा है 
यह सारी दवाएं  झूठी है 
तेरे हाथों में मां जादू की बूटी है 
चोट मुझको लगती है 
तू दर्द से करहती है 
तू जादूगरनी है क्या मां सब जान जाती है 
तेरी गोद में सर रख लूं तो स्वर्ग का सुख पाता हूं 
जो तू हाथ फेर दे मेरे सिर पर सब भूल जाता हूं 

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