मजा ही कुछ और है
सारी रात दोस्तो के साथ घूमने और छुप छुप के सुट्टे लगाने के
मजा ही कुछ और है
इश्क़ में जब दिल टूटे तब अकेले में आंसू बहाने का
मजा ही कुछ और है
और स्कूल में लेट जाने के बाद भारी ठंड टीचर से बेत खाने का और उसके बाद हाथ के कल्लाने का
मजा ही कुछ और है
कालेज से बंक मारकर सिनेमा जाने का
मजा ही कुछ और है
खाली वक़्त में दोस्तों के साथ बतियाने का और खुदको बिज़ी बताने का
मजा ही कुछ और है
सुहागरात से पहले सुहागरात मानने का
मजा ही कुछ और है
जब लगी हो जोर से तो खुले में जाने का
मजा ही कुछ और है
पहले इश्क़ में पहली बार आंखो से आंखे मिलाने का
मजा ही कुछ और है
इश्क़ के दिनों में किसी के बार बार मानने पर रुठते जाने के
मजा ही कुछ और है
गर स्वर्ग भी मिले तो कुर्बान है मां की गोद में सर रख कर सो जाने का मजा ही कुछ और है
बचपन के दिनों में तुतलाते का और तुतला के जिद मचाने का
मजा ही कुछ और है
बात बात में दोस्तो से हर बात में शर्त लगाने का
मजा ही कुछ और है
पान के टपरे में खड़े होकर जनरल नॉलेज बढ़ाने का
मजा ही कुछ और है
किसी के फटे में टांग अड़ाने का
मजा ही कुछ और है
ओपन माइक में आकर अच्छी परफॉर्मेंस पर उछल जाने का और जमकर ताली बजाने का मजा ही कुछ और है
Second
पहली बार हुए इश्क में आंख से आंख मिलाने का
मजा ही कुछ और है
बचपन से जवानी में कदम बढ़ाने का
मजा ही कुछ और है
स्कूल छोड़कर कॉलेज में जाने के बाद लड़कियों को ताड़ते जाने का
मजा ही कुछ और है
और हो गया है इश्क तो इश्क में पहली बार हाथ से हाथ मिलाने का मजा ही कुछ और है
और प्यार में परवान चढ़ते इश्क में लबो पर लबों के गिर जाने का मजा ही कुछ और है
गर टूट गया हो दिल अगर इश्क में उसके बाद शब्दों को शायरी में जमाने का
मज़ा ही कुछ और है
और टूटे दिल के अश्क पन्नों में बहाने का और दूसरों को बताने का मजा ही कुछ और है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें