एहसास कराना भी तो जरूरी है
दिलों में जो है जज्बात उसे बताना भी तो जरूरी है
अगर खवाहिसे है खुशियों की
तो गम का साथ निभाना भी तो जरूरी है
यूं ही नहीं मोहब्बत में मुकाम मिलते हैं
रिश्तो को निभाते जाना भी तो जरूरी है
खुश हो अगर तो तुम सच में
लबों से मुस्कुराना भी तो जरूरी है
सिर्फ फूलों को तुम गले लगाना चाहते हो
पर कांटो का प्यार भी तो जरूरी है
हर रिश्ता खूबसूरत है इस दुनिया में
पर हर रिश्तों में प्यार भी तो जरूरी है
अगर छाव अच्छी है
तो धूप का साथ भी तो जरूरी है
अगर बसंत की बाहर अच्छी है
तो पतझड़ की बयार भी तो जरूरी है
दिलो में जो जज़्बात है
उस बताना भी जरूरी है
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