गुरुवार, 7 नवंबर 2019

मजा ही कुछ और है

मा बाप से सुट जाने के बाद अकेले में बड़बड़ाने का
मजा ही कुछ और है

सारी रात दोस्तो के साथ घूमने और छुप छुप के सुट्टे लगाने के 
मजा ही कुछ और है

इश्क़ में जब दिल टूटे तब अकेले में आंसू बहाने का 
मजा ही कुछ और है

और स्कूल में लेट जाने के बाद भारी ठंड टीचर से बेत खाने का और उसके बाद हाथ के कल्लाने का
मजा ही कुछ और है

कालेज से बंक मारकर सिनेमा जाने का
मजा ही कुछ और है

खाली वक़्त में दोस्तों के साथ बतियाने का और खुदको बिज़ी बताने का
मजा ही कुछ और है

सुहागरात से पहले सुहागरात मानने का 
मजा ही कुछ और है

जब लगी हो जोर से तो खुले में जाने का
मजा ही कुछ और है

पहले इश्क़ में पहली बार आंखो से आंखे मिलाने का
मजा ही कुछ और है

इश्क़ के दिनों में किसी के बार बार मानने पर रुठते जाने के 
मजा ही कुछ और है

गर स्वर्ग भी मिले तो कुर्बान है मां की गोद में सर रख कर सो जाने का मजा ही कुछ और है

बचपन के दिनों में तुतलाते का और तुतला के जिद मचाने का
मजा ही कुछ और है

बात बात में दोस्तो से हर बात में शर्त लगाने का
मजा ही कुछ और है

पान के टपरे में खड़े होकर जनरल नॉलेज बढ़ाने का
मजा ही कुछ और है

किसी के फटे में टांग अड़ाने का
मजा ही कुछ और है

ओपन माइक में आकर अच्छी परफॉर्मेंस पर उछल जाने का और जमकर ताली बजाने का मजा ही कुछ और है

Second

पहली बार हुए इश्क में आंख से आंख मिलाने का 
मजा ही कुछ और है 
बचपन से जवानी में कदम बढ़ाने का 
मजा ही कुछ और है
स्कूल छोड़कर कॉलेज में जाने के बाद लड़कियों को ताड़ते जाने का 
मजा ही कुछ और है 
और हो गया है इश्क तो इश्क में पहली बार हाथ से हाथ मिलाने का मजा ही कुछ और है 
और प्यार में परवान चढ़ते इश्क में लबो पर लबों के गिर जाने का मजा ही कुछ और है 
गर टूट गया हो दिल अगर इश्क में उसके बाद शब्दों को शायरी में जमाने का 
मज़ा ही कुछ और है 
और टूटे दिल के अश्क पन्नों में बहाने का और दूसरों को बताने का मजा ही कुछ और है


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